बत्तखों को मिलता पेट भर खाना
राजधानी बैंकॉक से करीब एक घंटे की दूरी पर पश्चिम में स्थित नाखोन पैथोम से पिछले दिनों एक ऐसी फुटेज सामने आई थी जिसे ड्रोन से शूट किया गया था. इस फुटेज में साफ दिख रहा था कि कैसे नाखोन पैथोम में दस हजार बत्तख एक ऐसे खेत की तरफ बढ रही हैं जहां पर धान की कटाई हुई है.
नाखोन पैथोम थाईलैंड का वह हिस्सा है जहां पर चावल की खेती खूब होती है. ब्रिटिश ब्रीड की बत्तख खाकी कैंपबेल को चावल के खेतो की तरफ छोडा जाता है. इस क्षेत्र में इस परंपरा का एक नाम है और इसे पेड लाई थूंग के तौर पर जाना जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में जहां किसानों को खतरनाक कीडो से छुटकारा मिलता है तो इन बत्तखों को भर पेट खान मिल जाता है.
एक हफ्ते में साफ हो जाता है खेत
20 दिन से लेकर 5 माह तक के समय में ये बत्तख क्षेत्र में रहती हैं और फिर इन्हें वापस इनके ठिकानो पर भेज दिया जाता है. बत्तखो को पालने वालों का कहना है कि बत्तखों को खाना खिलाने के लिए वो कीमतें कम कर देते हैं. इसके बदले में बत्तखे किसानों की कीडे मकोडो को खाने में मदद करती है. इसकी वजह से किसान रसायन और कीटनाशकों के प्रयोग में कमी कर सकते हैं. बत्तख 70 हेक्टेयर के खेत को एक हफ्ते में पूरा साफ कर सकती हैं. इसके अलावा बत्तख जमीन को समतल करने में भी मदद करती हैं. इसकी वजह से धान को रोंपना आसान हो जाता है.
बढ़ रहा है चावल का उत्पादन
खेत से वापस लौटने पर बत्तख अंडे देने के लायक हो जाती है. कुछ वर्षों बाद बत्तखों को मीट के लिए बेच दिया जाता है. थाइलैंड के अलावा एशिया के कुछ और देशों में भी यही परंपरा है. पर्यावरणविद इसे प्रकृति में संतुलन का जरिया करार देते हैं. मार्च 2020 तक थाइलैंड के खेतों में करीब 30 मिलियन बत्तख मौजूद थीं. जनवरी 2020 से अगस्त 2020 तक थाइलैंड ने 4 मिलियन टन से भी ज्यादा चावल का निर्यात किया था.
Watch Video - खेती का ये तरीका आपको हैरान कर देगा | 10,000 Ducks Cleaning Out A Rice Field In Thailand
0 Comments