रॉयल कैरेबियन का क्रूज वंडर ऑफ द सीज अभी तक दुनिया का सबसे बड़ा क्रूज है, लेकिन आइकन ऑफ द सीज के समुद्र में उतरते ही यह खिताब इस नए क्रूज शिप के नाम हो जाएगा.
रॉयल कैरेबियन का नया क्रूज ‘आइकन ऑफ द सीज’ समुद्र में उतरने को तैयार है, फिनलैंड के दक्षिण पश्चिमी तट पर तुर्कू शिपयार्ड में इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. दावा है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा जहाज है जो टाइटैनिक से तकरीबन पांच गुना बड़ा है. समुद्र में उतरते ही इसे यह खिताब मिल जाएगा. यह क्रूज जनवरी 2024 में अपनी पहली यात्रा पर निकल सकता है.
रॉयल कैरेबियन वेबसाइट के मुताबिक आइकन ऑफ द सीज पर यात्रा के लिए बुकिंग शुरू हो गई है, जो फ्लोरिडा के मियामी बीच से रवाना होगा और कैरेबियन द्वीप तक जाएगा. इसमें यात्रियों को चार तरह के पैकेज ऑफर किए जा रहे हैं, जिनकी शुरुआत 1958 यूएस डॉलर से है. फिनिश शिपयार्ड में इसका काम पूरा करने में जुटे शिपबिल्डर कंपनी के सीईओ टिम मेयर का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा और भव्य जहाज है.
दस हजार लोग हो सकते हैं सवार
आइकन ऑफ द सीज पर 20 से ज्यादा डेक हैं, जो एक साथ तकरीबन दस हजार लोगों को ले जा सकता है. जहाज में एक विशाल कांच का गुंबद भी हे जो इसके सामने के हिस्से कोकवर करता है और इसे आकर्षक बनाता है. इस विशाल जहाज का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था. इसी साल जून में समुद्र में इसका ट्रायल हुआ जो पूरी तरह सफल रहा.
टाइटैनिक से पांच गुना बड़ा
ऑइकन ऑफ द सीज जहाज अपने साथ 2.50 हजार 800 टन भार ले जा सकता है. कंपनी का दावा है कि यह टाइटैनिक के आकार से पांच गुना बड़ा है. समुद्र में उतरने के साथ ही यह अब तक रॉयल कैरेबियन के वर्तमान फ्लैगशिप वंडर ऑफ द सीज को पीछे छोड़ देगा, जिसके नाम दुनिया का सबसे बड़ा क्रूज शिप होने का रिकॉर्ड दर्ज है.
शॉपिंग मॉल समेत सब सुविधाएं
आइकन ऑफ द सीज पर सात स्वीमिंग पूल, एक पार्क, शॉपिंग, सैरगाह और आइस स्केटिंग की सुविधा है. जो अन्य जहाजों के मुकाबले बेहद भव्य है. इसमें वाटरवार्क, सर्फसाइड की भी सुविधा है. ब्रेमरहेवन यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज में क्रूज मैनेजमेंट के प्रोफेसर एलेक्सिस पापथानासिस कहते हैं कि दुनिया में बड़े क्रूज होना आर्थिक तौर पर भी लाभदायक होता है, इससे यात्रियों को भी फायदा होता है, क्योंकि ज्यादा क्षमता होने की वजह से यात्रियों से किराया भी कम लिया जाता है.
LNG से संचालित
दुनिया का यह सबसे बड़ा जहाज आइकॉन ऑफ द सीज लिक्फाइड नेचुरल गैस यानी LNG से संचालित होगा. यह पांरपरिक समुद्री ईंधन की तुलना में पर्यावरण के लिए हितकारी है. हालांकि विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि एलएनजी के प्रयोग से जलवायु पर सीधा असर नहीं पड़ता, लेकिन मीथेन गैस का रिसाव शुरू हो जाता है, मीथेन एक ग्रीनहाउस गैस है जो कार्बन डाई ऑक्साइड की तुलना में जलवायु को प्रभावित कर सकती है.
दुनिया का सबसे बड़ा क्रूज जहाज, टाइटैनिक से भी 5 गुना बड़ा | Biggest Ship In The World
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